जैन धर्म का खुलासा

राजा नाभिराज के पुत्र श्री ऋषभदेव हुए जो पवित्र जैन धर्म के प्रथम निर्थंकर माने जाते हैं उन्होंने 84 लाख योनियों का कष्ट भोगा ।
 जब उनका मोक्ष नहीं हुआ तो अन्य जैन साधुओं का मोक्ष कैसे संभव है ❓

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