जैसे BJP ने देशद्रोह/देशभगत के फर्जी certificate देने की दुकान खोल रखी है, उसी तरह उन्ही से प्रेरणा पाकर इन अखाडा वालो ने सन्त/असंत का certificate देना शुरू कर दिया, वैसे इस देश में ये तो बात है किसी को कुछ समझ में आए या ना आए, बस एक बार एक-दूसरे की तरफ ऊँगली उठा दो बाकि काम मीडिया खुद ही कर ही देती है और खुद safe साइड निकल लो।
जो लोग आज तक "व्रज" का अर्थ तो सही से बता नही पाए, वो सन्त और असंत के Certificate बाँट रहे है, ये बिलकुल उसी तरह है जैसे अनपढ़ मंत्री Convocation में PhD की डिग्री बाँट रहा हो, जिनको समाज में सभ्य तरीके से कैसे रहना है, ये तक ना पता हो वो नंग-धन्डग लोग सन्तों के बारे में बताएंगे, हद है भाई, वैसे कबीर भगवान जैसा करवा रहा है बिल्कुल वैसा ही हो रहा है, ये आप लोगो के अभी कुछ समय और पल्ले नही पड़ेगा।
जब एकमात्र तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज जेल में नही थे, तब आप लोग पता नही कौन से बिल में छुपे हुए थे, और शायद परमात्मा ने आप जैसो को बिल से बाहर निकालने के लिए ही खुद को अंदर होने की लीला की है और आप भी सही में चोर निकले, मौका मिलते ही बिल से बाहर और हो गए शुरू सन्तों के certificate बांटने।
खेर कोई बात नही अब बाहर तो आ ही गए हो, दोबारा अंदर हम भी नही जाने देंगे, जब तक ये अखाडा सच में ज्ञान का अखाडा ना बन जाए और उसके बाद देखेंगे धरती का कौन सा बिल आपको पनाह देगा!
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